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लता मंगेशकर, रफ़ी, किशोर कुमार, मन्ना डे, आशा भोंषले, हेमंत कुमार, मुकेश, सुरेश वाडकर, अरिजीत सिंह, कुमार शानू, उदित नारायण, श्रेया घोषाल, सोनू निगम, अनुराधा पौंडवाल, जगजीत सिंह, गुलाम अली, चित्रा, हेमलता, कविता कृष्णमूर्ति, रेखा भारद्वाज...

पंडित भीमसेन जोशी, पंडित जसराज, ज़ाकिर हुसैन, शिव कुमार शर्मा, रवि शंकर, विश्व मोहन भट्ट, एम एस सुब्बुलक्ष्मी, कौशिकी चक्रवर्ती...

आर डी बर्मन, नौशाद, कल्याणजी आनंदजी, रविंद्र जैन, ए आर रहमान, मदन मोहन, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, शंकर-जयकिशन, नदीम-श्रवण, अनु मलिक, अमित त्रिवेदी, शंकर-एहसान-लोय, इलैयाराजा, भूपेन हजारिका...

आनंद बक्शी, गुलज़ार, जावेद अख्तर, शैलेन्द्र, पियूष मिश्रा, साहिर लुधयानवी, कैफ़ी आज़मी, समीर, अनजान, निदा फ़ज़ली, जयदेव, हसरत जयपुरी, प्रसून जोशी, इंदीवर...

(और एसे कितने और नाम जिसकी यह सूची काफी लम्बी बन सकती है। )

ये सब नाम पढ़ते ही ऐसा लगता है जैसे हमारे कानों में शहद घोलने लगा हैं।
और यकीन मानिये आप अकेले नहीं है जो ऐसा महसूस कर रहे है. जो कोई भी इस सूची को पढ़ेगा, वो यहीं महसूस करेगा।
इन नामों का जादू ही कुछ ऐसा है। ये सब वो नाम है जिसने हमारे जीवन में गीत - संगीत का जादू बिखेरा है।

हम सब गीत - संगीत सुनते है और पसंद भी करते हैं। इस दुनिया में शायद ही कोई होगा जिसे गीत - संगीत पसंद नहीं।
गीत - संगीत का हमारे शरीर, मन और आत्मा पर इतना गहरा असर करता है की हम संगीत की तरफ खींचे चले जाते हैं।
और YouTube के इन दौर में तो सुनने के साथ-साथ गीत - संगीत को देखने का भी मजा भी लेते हैं - जैसे सोने पे सुहागा।


आप सबका Zangit में हार्दिक स्वागत है!

Zangit एक मोबाईल एप है जो आपके और आपके अपनों के लिए इसी गीत - संगीत को और मजेदार और जानकारी वर्धक बनाने का नवीनतम अनुभव लेकर आया है।

हम सब जानते हैं कि संगीत थाटों और रागों से बनता है।

भारतीय शास्त्रीय संगीत का एक रहस्य ये है की हर राग के सुनने का एक सही समय (प्रहर) होता है। और अगर कोई भी राग उसके सही समय पर सुना जाये तो उसका भावनात्मक और आध्यात्मिक प्रभाव सबसे अधिक और गहरा होता है। संगीत की यह अनमोल और कालातीत अवधारणा 'राग-प्रहर चक्र' के रूप में जानी जाती है।

इसी प्राचीन गहन विज्ञान को समझकर Zangit में हमने गीत - संगीत का एक नवीनतम अनुभव देने का प्रयास किया हैं।

हमारा विशेष एल्गोरिथम वर्तमान प्रहर के साथ पूरी तरह से तालमेल बिठाकर गीतों का एक प्ले-लिस्ट तैयार करके देता है। ये सब गीत उस उस रागों पर आधारित होंगे जो आपको उस प्रहर में सुनने चाहिए।

इसका अर्थ है कि अब आप बिना किसी अतिरिक्त प्रयास के, सही प्रहर पर, सही राग के आध्यात्मिक, भावनात्मक और चिकित्सीय लाभों को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
Zangit आपको गीत - संगीत का अधिकतम आनंद लेने में तो सहायता करेगी ही करेगी, साथ में आपके लिए थाट / राग के द्वारा भारतीय शास्त्रीय संगीत को जानने और समझने की एक नई दुनिया भी खोल देगी।

और यकीन मानिये भारतीय शास्त्रीय संगीत किसी जादू से कम नहीं हैं।

चितचोर फिल्म का राग यमन पर आधारित गाना, "जब दीप जले आना, जब शाम ढले आना...", आपने जरूर सुना होगा।

जब यही गाना आप निर्धारित रात्रि का प्रथम प्रहर या शाम प्रहर में सुनते हैं तब वह प्रकृति की अद्भुत लय के साथ पूरी तरह से तालमेल बिठा के आपके शरीर, मन और आत्मा को एक नई ऊर्जा और ऊंचाई प्रदान करता है।

तो आज ही प्ले स्टोर पर से Zangit App डाऊनलोड करे और अपने पसंदीदा गीतों का एक अलग ही अंदाज में आनंद उठाएं।

(बिना किसी रुकावट से संगीत का अनुभव लेने के लिए, हम आपको YouTube Premium का उपयोग करने की सलाह देते हैं।)

किसी भी प्रश्न, संभवित सहयोग या अपने बहुमूल्य फीडबैक के लिए, कृपया हमें इस ईमेल पते पर संपर्क करें: zangitmusic@gmail.com